कजिन बेहन चोद कहानी में मैं अपनी चचेरी बहन की मोटी चूचियां, गांड देखकर उसे चोदना चाहता था। एक बार उसके एग्जाम के कारण उसके हाथ होटल में रुके। वहां चुदाई का मौका मुझे मिला।
दोस्तो, मेरा नाम रौनक है, मैं बिहार से हूं।
मेरी उम्र 21 साल है।
मैंने अभी अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है।
दोस्तो, मेरे चाचा की एक बेटी है जिसका नाम खुशबू है।
वो एम.एस.सी. की पढ़ाई कर रही है।
मैं आपको जो घटना बताने जा रहा हूं वो कुछ ही समय पहले हुई थी।
कजिन बेहन चोद कहानी खुशबू के बारे में ही है।
वो मुझे बहुत सेक्सी लगती है।
वैसे तो वो मेरी चचेरी बहन है लेकिन पता नहीं क्यों मैं अपनी बहन की तरफ इतना आकर्षित हो रहा था।
उसकी चूचियां और गांड इतनी भारी हैं कि मैं उसको देखे बिना रह ही नहीं पाता हूं।
तो जब भी मैं उसको देखता था मेरा लंड खड़ा होने लगता था।
खुशबू के बारे में सोचकर न जाने मैंने कितनी ही बार मुठ भी मारी थी।
उसका एक बॉयफ्रेंड भी था।
मुझे उसके बॉयफ्रेंड के बारे में इंस्टाग्राम से पता चला था।
वो लड़का दिल्ली से था।
बाद में पता चला कि उनके बीच कुछ नहीं हुआ था।
ये दोनों एक दूसरे को अपनी नंगी फोटो भेजा करते थे।
एक बार ऐसे ही खुशबू का एग्जाम था।
मैं भी उसके साथ गया हुआ था और उसका वो बॉयफ्रेंड भी।
परीक्षा हॉल में जाने से पहले बहन ने फोन मुझे दे दिया।
किस्मत से उसके फोन पर लॉक नहीं था।
उसका वो बॉयफ्रेंड उसे परीक्षा हॉल तक छोड़ कर वापस चला गया।
मैंने उसके जाते ही बहन का फोन चेक करना शुरू किया।
मैंने फोन की ब्राउजर हिस्ट्री चेक की।
पता चला कि बहन को पोर्न वीडियो देखने का बहुत शौक था।
फिर मैंने उसका इंस्टाग्राम चेक किया तो राहुल के बारे में पता चला।
राहुल ही उसका बॉयफ्रेंड था जो उसके साथ एग्जाम में आया था।
उन दोनों ने आपस में बहुत सारी सेक्स चैट की हुई थी।
पूरी चैट में बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड की चुदाई की बातें थीं।
फिर चैट में खुशबू का नंगा फोटो मुझे दिखा।
वो उसने एक रात पहले ही राहुल को भेजा हुआ था।
मैंने जल्दी से चैट का स्क्रीनशॉट ले लिया और सारी चैट को इसी तरह अपने फोन में भेज दिया।
फिर हाल ही में डिलीट किए गए वीडियो में बहन की चूत और बूब्स की क्लिप भी थी।
खुशबू की नंगी चूचियां और चूत देखकर मेरे तो होश ही उड़ गए।
मैंने वो भी अपने फोन में ले लिया।
अब मैं उसका इंतजार करने लगा।
कुछ समय बाद खुशबू का एग्जाम खत्म हो गया।
वो बाहर आ गई।
अब तक सूरज लगभग ढल ही चुका था और रोशनी कम पड़ना शुरू हो गई थी।
वो बोली- मुझे भूख लगी है, चलो कुछ खाकर आते हैं।
फिर हम दोनों एक होटल में खाना खाने गए।
होटल में हमारी टेबल के बगल वाली टेबल पर ही एक लड़का-लड़की बैठे हुए थे।
वो काफी हंस रहे थे।
फिर वो एक दूसरे को खाना खिलाने लगे।
हम दोनों भी उनको देख रहे थे।
बहन बोली- रौनक, तेरी भी कोई गर्लफ्रेंड है क्या जो तेरे को खाना खिलाती हो?
कहकर वो हंस दी।
मैंने कहा- नहीं दीदी, मेरी तो कोई नहीं है। आपके कितने बॉयफ्रेंड हैं?
वो बोली- एक भी नहीं।
मैं- अच्छा, तो फिर ये राहुल कौन है?
बहन- अच्छा! तो तूने मेरा फोन चेक किया है?
मैं- हां, इंस्टाग्राम से पता चला राहुल के बारे में!
बहन- देख तू किसी को बता मत ये बात?
मैं- नहीं, आप टेंशन मत लो, मैं किसी को नहीं बताऊंगा। लेकिन ऐसे फोटो-वोटो मत दिया करो किसी को।
बहन- तो तूने फोटो भी देख ली?
मैं- हां। किसी को मत दिया करो ऐसे!
बहन- ओके।
हम लोग होटल से निकलने लगे तो शाम काफी गहरी हो चुकी थी।
फिर पापा का फोन आ गया और कहा कि अब तो अंधेरा होने वाला है, तुम लोग सुबह ही आ जाना। आज वहीं पर कहीं होटल में रुक जाओ।
हम लोगों को वहीं रुकना पड़ गया।
रात के 8 बज गए थे और ठंड काफी हो गई थी।
हमने एक अच्छा सा होटल ढूंढ लिया और एक ही रूम ले लिया।
हम दोनों होटल लेकर अपने रूम में गए।
कुछ देर आराम किया।
उसके बाद हम लोग फ्रेश होकर सोने की तैयारी करने लगे।
रात के 10 बज चुके थे।
हम दोनों बेड पर लेटकर अपने-अपने फोन देखने लगे।
मेरे फोन में बहन के नंगे फोटो थे जिनको देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया।
मेरा मुठ मारने का मन करने लगा।
फिर मैं उठकर बाथरूम में चला गया और बहन की नंगी फोटो देखकर वहां पर लंड हिलाने लगा।
फिर मैं मुठ मारकर बाहर आ गया।
कुछ देर लेटा रहा।
इतने में खुशबू सो गई।
मगर मुझे नींद नहीं आ रही थी।
मुझे बार-बार उसकी नंगी चूचियां और चूत ही दिखाई दे रही थी।
मेरा मन उसकी चूचियों को छेड़ने का करने लगा।
पर मैं कुछ देर तो डर के मारे लेटा रहा।
मगर फिर हिम्मत करके मैंने उसकी चूचियों पर हाथ रख दिया।
मैं धीरे धीरे चूचियों पर दबाव देने लगा।
अभी बहुत हल्के से दबा रहा था ताकि उसको पता न चल पाए।
मगर मेरा लंड इतनी ही देर में फिर तन कर टनटना गया।
खुशबू ने टीशर्ट पहना था।
मैंने थोड़ा जोर से दबाना शुरू किया तो खुशबू की नींद खुल गई।
उसने एकदम से मेरा हाथ हटा दिया और फिर गुस्से देखते हुए फिर से लेट कर सोने लगी।
मैं कुछ देर रुका रहा।
लेकिन फिर से मन कर रहा था।
मैंने एक बार फिर से उसकी चूचियों को दबाना शुरू कर दिया।
इस बार खुशबू ने कुछ नहीं कहा; वो आराम से लेटी हुई थी।
फिर मैंने हिम्मत करके उसके टीशर्ट में हाथ दे दिया।
मैं चूचियों को दबाने लगा तो फिर से उठ गई और बोली- तुम पागल हो गए हो क्या रौनक? मैं तुम्हारी बहन हूं। कोई बहन के साथ ऐसा करता है क्या?
मैंने कहा- प्लीज दीदी, मुझे करने दो, मैंने किसी के साथ सेक्स नहीं किया है। तुम्हारी चूची और बाकी सारी चीजें तो मैं फोन में देख भी चुका हूं। ये भी जानता हूं तुमको भी मन करता है सेक्स करने का! तो फिर मुझे भी करने दो! किसी को कुछ पता नहीं चलेगा।
वो सोचने लगी और फिर बोली- ठीक है, लेकिन किसी को पता चला तो?
मैंने कहा- कैसे पता चलेगा, बात बस तुम्हारे और मेरे बीच की है। और मुझे नहीं करने दिया तो मैं चाची को बोल दूंगा कि इसका एक बॉयफ्रेंड है और ये उसको नंगी फोटो भेजती है।
वो बोली- अच्छा-अच्छा … ठीक है। कर ले जो करना है तुझे! किसी को बताना मत।
मैं खुश हो गया और उसका मुंह अपनी तरफ घुमाकर उसके होंठों को चूसने लगा।
मेरे हाथ उसके टीशर्ट में चले गए और मैं उसकी चूचियों को भींचने लगा।
वो धीरे-धीरे गर्म होने लगी।
फिर वो मेरा साथ भी देने लगी।
मैंने उसकी टीशर्ट और ब्रा को निकलवा दिया।
वो अब ऊपर से बिल्कुल नंगी थी।
मैंने उसके बूब्स पर मुंह लगाया और उनको पीने लगा।
कुछ ही देर में उसके मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं।
वो मेरे सिर को चूचियों पर दबाने लगी।
उसको मजा आ रहा था और मुझे भी।
कुछ देर चूचियों को पीने के बाद मैंने उसकी जींस को निकाल दिया और पैंटी भी।
अब वो मेरे सामने पूरी की पूरी नंगी थी।
मैंने देखा कि मेरी बहन की चूत एकदम से चिकनी थी।
फिर मैंने जल्दी से अपने कपड़े भी निकाल फेंके।
मैं भी अंडरवियर उतार कर पूरा नंगा हो गया।
मेरा लंड खड़ा होकर आंसू बहा रहा था।
मेरे लंड के टोपे पर बहुत सारा प्रीकम लगा हुआ था।
मैंने बहन को लंड चूसने के लिए बोला तो वो मना करने लगी।
मैंने कहा- एक बार चूस लो।
वो बोली- नहीं, मुझे गंदा लगता है, मैं नहीं चूस सकती। बाकी कुछ भी कर ले।
मैंने कहा- ओके।
फिर मैंने खुशबू की टांगों को फैला दिया और उसकी चूत पर लंड टिका दिया।
मैंने धक्का मारा तो मेरा लंड एकदम से फिसल गया।
फिर मैंने चूत के मुंह पर थोड़ा सा थूक लगा दिया।
मैंने दोबारा से लंड को चूत के द्वारा पर टिकाया और जोर का धक्का मारा।
इस बार लंड अंदर जा घुसा और खुशबू की चीख निकल गई- आआ आह … आराम से …
मैं धीरे-धीरे लंड के धक्के लगाने लगा।
वो अभी भी दर्द में कराह रही थी।
फिर कुछ देर बाद उसको अच्छा लगने लगा।
अब मैंने चुदाई की स्पीड तेज की।
मैं तेजी से उसकी चूत में लंड को पेलने लगा और वो सिसकारने लगी- आह्ह … आअहह … और तेज … आह्ह … और तेज रौनक … ऊईई अम्म … मजा आ रहा है यार … और तेज करो।
मैं भी अब और जोर से बहन की चूत की चुदाई करने लगा।
करीब 15 से 20 मिनट तक मैंने बहन की चूत इसी पोजीशन में मारी।
बीच में लंड निकाल कर मैंने खुशबू को लंड मुंह में लेने के लिए कहा।
उसने एक बार भी नहीं सोचा और एकदम से लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी।
उसने मेरे लंड को फिर से पूरा गीला कर दिया।
अब मैंने उसको पेट के बल करवा लिया, उसकी गांड के नीचे तकिया लगा दिया।
फिर मैंने उसकी गांड के छेद पर लंड लगाया और एकदम से जोर का धक्का दे दिया।
उसकी गांड में लंड घुसते ही वो चिल्लाते हुए छटपटा उठी।
वो चीखने लगी- आआ आईई ई … मम्मी … मर गई … बाहर निकाल जल्दी रौनक … दर्द हो रहा है बहुत … आईईई आह।
मगर उसके कहने पर मैंने लंड नहीं निकाला।
उल्टा मैंने और एक धक्का मारा और अच्छे से उसकी गांड में लंड को फिट कर दिया।
वो फिर से तिलमिला उठी।
मैंने धीरे-धीरे उसकी गांड में लंड के धक्के लगाना जारी रखा।
फिर उसका दर्द कम हुआ और उसे मजा आने लगा।
अब बेहन चोद ने अपनी कजिन की गांड की चुदाई अच्छे से शुरू कर दी।
वो भी गांड हिलाकर अब लंड लेने का मजा ले रही थी।
करते-करते मैंने स्पीड बढ़ा दी।
खुशबू के मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं- आह्ह … आह्ह … और चोदो … और चोदो भाई।
मैं भी अब पूरी ताकत से उसकी गांड को फाड़ने लगा।
चोदते हुए मेरा माल निकलने को हो गया।
मैंने कहा- अंदर ही निकाल दूं क्या?
वो बोली- नहीं।
फिर मैंने एकदम से लंड को बाहर निकाला और बाहर जमीन पर माल झाड़ दिया।
फिर हम दोनों थक कर लेट गए।
कुछ देर बाद मैं उठ गया।
मैंने देखा कि बहन की चूत और गांड के छेद अब खुले हुए से दिखने लगे थे।
फिर हम दोनों साफ होने के लिए बाथरूम में गए।
मैंने उसकी चूत और गांड को अपने हाथ से धोया।
चूचियों को धोते हुए मैं फिर से उनको दबाने लगा।
वो बोली- बस, अब और नहीं, सब जगह दुख रहा है।
फिर मैंने उसके कहने पर और कुछ नहीं किया।
हम दोनों साफ होकर बाथरूम से बाहर निकल आए।
कुछ देर हम दोनों लेटकर बातें करते रहे।
वह बोली- आज मेरी चुत गांड फट गई!
फिर हमें कब नींद आई पता नहीं चला।
सुबह उठकर हम दोनों फ्रेश हुए।
फिर हमने वहीं पर रूम में ही अपने लिए नाश्ता मंगवा लिया।
फिर हमने नाश्ता किया और चलने की तैयारी कर दी।
मैं बहन की चुदाई एक बार और करना चाहता था लेकिन इतने में पापा का फोन आ गया।
इसलिए हमें तुरंत होटल से निकलना पड़ा।
उस दिन के बाद जब भी मौका मिलता था हम दोनों चुदाई का मजा लेने लगे।
हमारे बीच सेक्स का ये खेल आज भी चल रहा है।
मौका मिलते ही हम चुदाई शुरू कर देते हैं।
दोस्तो, यह थी मेरी बहन की चुदाई की स्टोरी।
आपको यह कहानी कैसी लगी मुझे जरूर बताना।
मुझे आप लोगों की प्रतिक्रियाओं का इंतजार रहेगा।
आप कजिन बेहन चोद कहानी के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर अपनी राय बताएँ।
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