झारखंड के घने जंगलों में एक आदिवासी उत्सव चल रहा था। अयान, 29 साल का ट्रैवल फोटोग्राफर, तस्वीरें लेने आया था। वहाँ उसकी मुलाकात राधा से हुई, 24 साल की आदिवासी औरत, जिसकी आँखों में जंगल की गहराई थी। आदिवासी चुदाई की यह कहानी प्यार, ख्वाहिश, और गुप्त मुलाकातों की आग से भरी है।
राधा की पारंपरिक पोशाक में उभरी चूचियां और अयान की उत्सुक नज़रें। दोनों के बीच कुछ तो था। उत्सव की रंग-बिरंगी रातें, ढोल की थाप, और जंगल का सन्नाटा। सब कुछ उनके दिलों को करीब ला रहा था। एक रात, उत्सव के बाद, दोनों अकेले रह गए। और फिर, आदिवासी चुदाई की कहानी शुरू हुई।
उत्सव की रात और राधा की चूचियां
रात के 11 बज रहे थे। उत्सव की भीड़ छंट चुकी थी। गांव में सन्नाटा था। अयान जंगल के किनारे तस्वीरें ले रहा था। तभी राधा आई। “अयान, इतनी रात को यहाँ?” उसने पूछा। उसकी पोशाक में चूचियां उभरी थीं। अयान की नज़रें टिक गईं।
“राधा, तू बहुत खूबसूरत है,” अयान ने कहा। राधा शरमाई। “ऐसा मत बोल,” उसने जवाब दिया। फिर, उनकी नज़रें मिलीं। जंगल की ठंडी हवा थी। लेकिन, उनके दिल गर्म थे। “तू यहाँ क्या ढूंढ रहा है?” राधा ने पूछा। अयान ने मुस्कुराकर कहा, “शायद तुझे।”
राधा हंसी। “तू पागल है,” उसने कहा। अयान पास आया। “पागलपन अच्छा है,” उसने कहा। माहौल गर्म हो गया। आदिवासी चुदाई की शुरुआत होने वाली थी।
पहला चुंबन और गुप्त ख्वाहिश
अयान ने राधा का हाथ पकड़ा। उसने मना नहीं किया। उसकी सांसें तेज़ थीं। फिर, अयान ने उसकी ज़ुल्फें हटाईं। धीरे से उसके होंठों पर अपने होंठ रखे। पहला चुंबन गीला और गर्म था। राधा सिहर उठी। उसने अयान को पास खींच लिया। “अयान… ये ठीक नहीं…” उसने कहा। लेकिन, उसकी आँखें कुछ और बोल रही थीं।
अयान ने राधा की पोशाक का किनारा हटाया। उसकी चूचियां नंगी थीं, आदिवासी पोशाक में ब्रा नहीं थी। “राधा… आह…” उसने कहा। उसने चूचियां चूमीं। राधा की सिसकारी निकली। “अयान… मज़ा आ रहा है…” उसने कहा। उसकी चूचियां नरम और गर्म थीं।
राधा ने अयान की शर्ट उतारी। उसका टोन्ड बदन देखकर राधा की ख्वाहिश बढ़ी। “अयान, तू इतना हॉट है,” उसने शरमाते हुए कहा। अयान ने हंसकर उसे चुप कराया। “तू भी तो,” उसने कहा।
आदिवासी चुदाई की गर्मी
अयान ने राधा को जंगल की घास पर लिटाया। उसकी पोशाक पूरी उतारी। राधा का नंगा बदन चाँदनी में चमक रहा था। “राधा, तू आग है,” अयान बोला। उसने राधा की चूत को छुआ। वह गीली थी। अयान ने अपनी उंगली अंदर डाली। “आह… अयान…” राधा सिसकी। उसकी चूत गर्म थी।
राधा ने अयान की पैंट खोली। उसका तना हुआ लंड बाहर आया। “इतना बड़ा…” राधा ने शरारत से कहा। उसने लंड को सहलाया। अयान पागल हो रहा था। “राधा, अब रुक नहीं सकता,” उसने कहा। उसने राधा की जांघें खोलीं। अपना लंड चूत के पास रखा।
“अयान, आराम से… मैं डर रही हूँ,” राधा बोली। अयान ने उसकी आँखों में देखा। “ट्रस्ट मी,” उसने कहा। धीरे से लंड अंदर डाला। राधा ने होंठ काटे। “हम्म… आह…” दर्द मज़े में बदला। आदिवासी चुदाई का नशा चढ़ रहा था।
चुदाई की रफ्तार और चरमसुख
अयान ने रफ्तार बढ़ाई। जंगल की शांति उनकी सिसकारियों से टूट रही थी। “अयान… और तेज़… आह…” राधा चिल्लाई। उसकी चूचियां हर झटके के साथ उछल रही थीं। अयान ने राधा को गोद में उठाया। उसे और गहराई से चोदा।
“राधा, तू मुझे पागल कर देगी,” अयान बोला। राधा ने उसे पास खींचा। “अयान, मैं तेरी हूँ,” उसने कहा। 20 मिनट की जबरदस्त चुदाई के बाद दोनों चरम पर पहुंचे। “मैं आ रहा हूँ…” अयान चिल्लाया। “मेरे अंदर… आह…” राधा बोली। दोनों ने चरमसुख पाया।
लिपटकर बैठे, दोनों की सांसें तेज़ थीं। जंगल की चाँदनी उनके चेहरों पर थी। “ये हमारा राज़ है, राधा,” अयान ने कहा। राधा ने मुस्कुराकर सिर हिलाया। “हमेशा,” उसने जवाब दिया।
गुप्त मुलाकातों का सिलसिला
यह सिर्फ़ शुरुआत थी। अयान और राधा की आदिवासी चुदाई अब रेगुलर हो गई। उत्सव के दौरान वो मौके ढूंढते। कभी जंगल में, कभी राधा के झोपड़े में। उनकी ख्वाहिशें और गहरी होती गईं। राधा की चूत और अयान का लंड एक-दूसरे के लिए बने थे।
एक रात, राधा के झोपड़े में दोनों अकेले थे। राधा ने अयान को बिस्तर पर खींचा। “आज मैं कंट्रोल करूंगी,” उसने शरारत से कहा। अयान हंस पड़ा। “चल, दिखा,” उसने कहा। राधा ने अयान के लंड को चूसा। उसकी चूत को अयान के चेहरे पर रगड़ा। “राधा… तू जादूगरनी है…” अयान सिसका।
15 मिनट की चुदाई के बाद, दोनों फिर चरम पर पहुंचे। “राधा… तू कमाल है…” अयान बोला। राधा हंस पड़ी। “तू भी तो,” उसने कहा। उनकी चुदाई हर बार नई थी। लेकिन, वो सावधान थे। गांव वालों को शक न हो, इसका ध्यान रखते।
प्यार या सिर्फ़ चुदाई?
अयान और राधा का रिश्ता गहरा हो गया। उत्सव में वो छुपकर मिलते। लेकिन, अयान के शहर लौटने का डर था। क्या ये सिर्फ़ चुदाई थी? या प्यार भी था? राधा को अयान की हर16 मिनट की बातें अच्छी लगती थीं। अयान को राधा की हर अदा। लेकिन, समाज और संस्कृति का डर था।
एक रात, राधा ने अयान से पूछा, “अयान, तू वापस आएगा?” अयान ने उसका हाथ थामा। “हर बार, तेरे लिए,” उसने कहा। राधा की आँखें चमकीं। “तो हमेशा,” उसने जवाब दिया। उनकी आदिवासी चुदाई अब एक गुप्त प्यार की कहानी थी।
और गहरे में डूबें
उत्सव खत्म हुआ। अयान शहर लौट गया। लेकिन, राधा और उसका रिश्ता थमा नहीं। वो हर कुछ महीनों में गांव आता। कभी राधा के झोपड़े में, कभी जंगल में। उनकी चुदाई हर बार जादुई थी। एक बार, राधा ने अयान को अपने झोपड़े में बुलाया। “आज कुछ नया करें,” उसने शरारत से कहा।
अयान ने राधा को बिस्तर पर लिटाया। उसकी चूचियां चूसीं। राधा की चूत को जीभ से सहलाया। “अयान… तू मुझे मार डालेगा…” राधा सिसकी। 30 मिनट की चुदाई के बाद, दोनों थककर लेट गए। “राधा, तू मेरी ज़िंदगी है,” अयान बोला। राधा ने उसे चूमा। “और तू मेरी,” उसने कहा।
उनका रिश्ता गुप्त था। लेकिन, उनकी ख्वाहिशें खुली थीं। आदिवासी चुदाई की ये कहानी प्यार और आग का मेल थी। और ऐसी हॉट देसी चुदाई स्टोरीज पढ़ने के लिए, यहाँ क्लिक करें।
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